दिल्ली के ईपीएस-95 पैंशनर्स को मेरा नमस्कार। मेरे दोस्तो हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राऊत जी एवं उनकी टीम पिछले कई सालों से हमारी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। आप सबको पता होगा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राऊत जी भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त हैं और सरकारी पैंशन लेते हैं फिर भी हम लोगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं क्यों?
उन्होंने हमें न्याय दिलाने का बीड़ा उठाया है। अगर वो चाहते तो आराम से अपने परिवार के साथ घर में रह सकते थे लेकिन नहीं हम ईपीएस-९५ पैंशनर्स की खातिर आज भी हर मीटिंग और हर कार्यक्रम में शामिल होते हैं। सांसदों, मंत्रियों और प्रधानमंत्री जी से मिलते हैं ताकि हम ईपीएस-९५ पैंशनर्स को एक सम्मानजनक पैंशन दिला सकें।
मैंने यह सब बातें क्यों लिखी?
इसका कारण है कि मैंने पिछली दो मीटिंग में शामिल होकर देखा है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं टीम महाराष्ट्र से दिल्ली हर मीटिंग में पहुंच जाते हैं लेकिन हमारे दिल्ली में रहने वाले ईपीएस-९५ पैंशनर्स सूचना के वावजूद नहीं आते हैं क्यों?
दोस्तो एकता ही हमारी ताकत है और हम दिल्ली में रहते हैं जहां पर सारे सांसद, मंत्री एवं प्रधानमंत्री जी भी रहते हैं। जिस तरह पूर्व, पश्चिम, उत्तर एवं दक्षिण के पैंशनर्स प्रयासरत हैं हम क्यों नहीं। हम तो सरकार एवं सिस्टम के साथ रहते हैं और हमको सबसे अधिक प्रयास करना चाहिए। भाईयों घर बैठे वाकई कुछ नहीं मिलता प्रयास करेंगे तो परिणाम निकलेगा। अगर हम दिल्ली के पैंशनर्स सब मिलकर महीने में दो बार भी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर अपनी ताकत दिखायेंगे तो सरकार एवं सिस्टम को झुका सकते हैं और हमारे राष्ट्रीय संगठन को भी मजबूत कर सकते हैं।
मेरे दोस्तो आपने तीस-चालीस सालों तक अंशदान करके भविष्य निधि संगठन के खातों को मजबूत किया है और वही भविष्य निधि संगठन आज हमें बेवकूफ बना रहा है।
हमारे दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री विजय बडगूजर जी एवं उनके साथ श्री रमेश बहुगुणा जी, राजिन्द्र जी, श्री ओबेरॉय जी,श्री शर्मा जी भी बार-बार सूचित करते रहते हैं कि हमें अपना आंदोलन दिल्ली से मजबूत करना चाहिए लेकिन लगता है हमारे दिल्ली के ईपीएस-95 पैंशनर्स इस बात को लेकर संजीदा नहीं हैं।
दोस्तो अब समय आ गया है कि हम सब अपनी दिल्ली टीम के साथ-साथ राष्ट्रीय टीम को भी मजबूत करें ताकि सरकार व सिस्टम को झुका सकें।
आईये प्रण करें कि आने वाले हर कार्यक्रम में हम अपनी संख्या बल को दिखायेंगे ताकि सरकार व सिस्टम हमारी मांगों को मानने पर मजबूर हो जाय।
धन्यवाद
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