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EPS 95 Pension Scheme: दोगुनी EPS 95 होगी पेंशन! हटने वाली है 15000 रु की लिमिट? जानिए अब कितनी मिलेगी पेंशन 5000,7500, या 9000 रुपये

कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (EPS 95) के तहत निवेश पर 15000 रुपये लगे कैप को हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो सकती है। लेकिन इस सुनवाई और इस मामले का आप से क्या लेना देना है। इससे आपकी जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा। हम आपको समझाते हैं।

क्या है EPS 95 सीमा को हटाने का मामला

इस मामले पर आगे बढ़ने से पहले ये समझ लेते हैं कि आखिर ये पूरा मामला है क्या। अभी अधिकतम पेंशन योग्य वेतन 15,000 रुपए प्रति महीने तक सीमित है। मतलब, आपकी सैलरी चाहे जितनी हो, लेकिन पेंशन की गणना  15,000 रुपये पर ही होगी। इस लिमिट को हटाने को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।


सुप्रीम कोर्ट ने 24 अगस्त को भारत सरकार और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की ओर से दायर याचिकाओं की सुनवाई के बाद तीन जजों की बड़ी बेंच के पास सुनवाई के लिए भेज दिया था, साथ ही इससे पहले के आदेश में कहा गया था कि कर्मचारियों की पेंशन को 15,000 रुपए तक सीमित नहीं किया जा सकता। इन मामलों की सुनवाई अब अक्टूबर महिने में हो सकती है।

अभी क्या है EPS 95 को लेकर नियम?

जब हम नौकरी करने लगते हैं और EPF के सदस्य बन जाते हैं, तो उसी समय हम EPS के भी सदस्य बन जाते हैं।कर्मचारी अपनी सैलरी  का 12% हिस्सा EPF में देता है, इतनी ही रकम उसकी कंपनी की ओर से भी दी जाती है, लेकिन इसमें से एक हिस्सा 8.33 परसेंट EPS में भी जाता है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि अभी पेंशन योग्य वेतन अधिकतम 15 हजार रुपए ही है, मतलब कि हर महीने पेंशन का हिस्सा अधिकतम (15,000 का 8.33%) 1250 रुपये होता है।


जब कर्मचारी रिटायर होता है तब भी पेंशन की गणना करने के लिए अधिकतम वेतन 15 हजार रुपए ही माना जाता है, इस हिसाब से एक कर्मचारी EPS के तहत अधिकतम पेंशन 7,500 रुपए ही पा सकता है।

ऐसे होती है EPS 95 पेंशन की कैलकुलेशन

एक बात जरूर ध्यान दें कि अगर आपने EPS में योगदान 1 सितंबर, 2014 से पहले शुरू किया है तो आपके लिए पेंशन योगदान के लिए मंथली सैलरी की अधिकतम सीमा 6500 रुपये होगी। 1 सितंबर, 2014 के बाद अगर आप EPS से जुड़े हैं तो अधिकतम सैलरी की सीमा 15,000 होगी। अब देखिए कि पेंशन की कैलकुलेशन होती कैसे है।


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EPS कैलकुलेशन का फॉर्मूला

मंथली पेंशन= (पेंशन योग्य सैलरी x EPS योगदान के साल)/70
यहां मान लेते हैं कर्मचारी ने 1 सितंबर, 2014 के बाद EPS में योगदान शुरू किया तो पेंशन योगदान 15,000 रुपये पर होगा। मान लीजिए कि उसने 30 साल तक नौकरी की है।
मंथली पेंशन = 15,000X30/70
                     = 6428 रुपये

अधिकतम और न्यूनतम पेंशन

एक बात और याद रहे कि कर्मचारी की 6 महीने या इससे ज्यादा की सर्विस को 1 साल माना जाएगा और इससे कम हुआ तो उसकी गिनती नहीं होगी। मतलब अगर कर्मचारी ने 14 साल 7 महीने काम किया है तो उसे 15 साल माना जाएगा। लेकिन 14 साल 5 महीने  काम किया है तो सिर्फ 14 साल की ही सर्विस काउंट होगी। EPS के तहत मिनिमम पेंशन की राशि 1000 रुपये प्रति महीना होती है, जबकि अधिकतम पेंशन 7500 रुपये होती है।


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