क्यों होनी चाहिए पेंशन EPS 95 पेंशन में बढ़ोतरी की, और जो PSU से रिटायर हुए हैं।
एक नजरिया पॉइंट 1:-. केवल PSU ही एक ऐसा सेक्टर है जिसने किसानों की तरह गोवर्नमेंट को प्रोडक्शन दिया है और आज भी दे रहा है। उसी प्रोडक्शन पर गवर्मेंट को आज नाज भी है, गुमान भी है। उस प्रोडक्शन का मैनेजमेंट हम लोगों ने किया था, जो आज रिटायर्ड हैं। दूसरी तरफ़ जिन्होंने प्योर गवर्नमेंट जॉब की है वह इंस्पेक्टरी टाइप की रही है, हर कोई जानता है उसमें जनता पर अत्याचार भी हुए थे और इसीलिए खूब मलाई भी खाई गई थी। और वे ही लोग आज पेंशन भी पा रहे हैं। जबकि प्रोडक्शन देने वाले लोग एक किनारे खड़े हैं बिना पेंशन व बिना मेडिकल के।
दूसरा नजरिया पॉइंट 2 : PSU वालो को कंट्रीब्यूटेड PF मिला जिसकी वजह से पेंशन नही मिली। मगर इसमें कर्मचारियों का नुकसान हुआ जबकि गवर्मेंट का फायदा हुआ। देखे कैसे! पुराने समय मे महंगाई कम थी सो पगार भी कम थी। अतः बचत भी कम थी। अतः CPF भी कम था। उस समय बैंक के इंटरेस्ट रेट 12% से 15% थे। जबकि दोनों PF पर गवर्नमेंट ने लगभग 9% इंटरेस्ट दिया। देखिए इसमें गवर्मेंट का 3 to 5 % फ़ायदा रहा। इस तरह हमारा सारा पैसा खत्म हो गया। अतः पुराने एम्प्लाइज को CPF का कोई फायदा नही।
नजरीया 3: पुराने समय मे यह यह माना गया था कि जो भी हमे रिटायरमेंट पर अमाउंट मिलेगा उस पर कम से कम 12% के आस पास इंटरेस्ट मिल जायेगा और गुजर बसर हो जाएगी। जबकि इंटरेस्ट मिल रहा उसका आधा। यानी कमाई भी कम इंटरेस्ट भी कम. अब गवर्नमेंट कहेगी कि देश की इकोनॉमी बदल गयी। भाई जब देश की इकॉनमी में बदलाव आता है तो बहुत से रूल्स बदल जाते हैं, तो ईपीएस 95 के भी रूल बदल कर कुछ सहयता करो। कुछ एडिशनल पेंशन दो जिसमे DA बढ़ता रहे।
नजरिया 5: जिन लोगो को पेंशन मिल रही है उनको भी गवर्नमेंट पेंशन नही दे पाई क्यो? क्योकि पेंशन बहुत ज्यादा सेट की गई जिससे कुछ लोग पेंशन नही पा पाए, और कुछ को बहुत ज्यादा पेंशन मिली। अगर पेंशन का डिस्ट्रीब्यूशन सही ढंग से हुआ होता तो आज सबको पेंशन मिल रही होती।
नजरिया 6: गवर्नमेंट अब दो काम करे 1. ESI कार्ड से या अन्य तरीके से मेडिकल फैसिलिटी दे। 2. कम से कम rs 10,000/ से rs 30,000/ तक बेसिक प्लस DA की पेंशन दे, उपरोक्त सभी चीजों को ध्यान में रखते हुये। 3. जो रिटायर्ड काम कर सकते है उन्हें काम दे। इसमें बेरोजगारी नही बढ़ सकती।
0 Comments