पेंशनधारक अब गलत तरीके से पेंशन योजना का लाभ नहीं ले सकेंगे। पेंशन लेने वाले गाजियाबाद जिले के सभी पेंशनधारकों का सत्यापन शुरू कर दिया गया है। सत्यापन का कार्य 31 मार्च तक पूरा किया जाएगा। जो भी गलत दस्तावेज लगाकर पेंशन का लाभ लेता पाया जा रहा है, उसकी पेंशन निरस्त की जा रही है। अब तक सौ से ज्यादा आवेदन निरस्त किए जा चुके हैं।
जनपद ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में वर्तमान में कुल 48 हजार 422 वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारक हैं। लोग कई बार गलत दस्तावेज लगाकर पेंशन के लिए आवेदन कर देते हैं। इनमें से बहुत सारे गलत आवेदन ऐसे होते हैं जो पकड़ में नहीं आते।
अब वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांग पेंशनधारकों के आवेदनों की जांच की जा रही है। इस दौरान जो भी आवेदन गलत पाए जा रहे हैं उनके आवेदन निरस्त किए जा रहे हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र ने बताया कि सत्यापन के दौरान वृद्धावस्था पेंशन का प्रमुखता से जांच की जा रही है, क्योंकि हर साल विभिन्न कारणों से कई बुजुर्गों की मृत्यु हो जाती है या बहुत सारे पेंशनधारक ऐसे भी होते हैं जिनकी वार्षिक आय में बढ़ोतरी हो जाती है, लेकिन उनके परिजन इसकी जानकारी विभाग में नहीं देते, जिससे उनके बैंक खाते में पेंशन का लाभ जाता रहता है। साथ ही कुछ लोग गलत दस्तावेज लगाकर पेंशन लेने की कोशिश करते हैं।
बीते साल करीब 200 आवेदन किए गए थे निरस्त: गत वर्ष जुलाई में भी करीब 40 हजार पेंशनधारकों का सत्यापन किया गया था। इस दौरान विभाग की जांच में करीब 200 लोगों की पेंशन निरस्त की गई थी। इसमें कई कई मामले ऐसे थे जिनमें लाभार्थी की मृत्यु के बाद भी उनके बैंक खाते में पेंशन भेजी जा रही थी। हालांकि, उनके बैंक खाते से परिजन पेंशन की राशि नहीं निकाल पाए थे।
लाभार्थियों का ब्योरा
पेंशनधारक ग्रामीण क्षेत्र शहरी क्षेत्र
विधवा 9,912 17,720
वृद्धा 7,897 6,157
दिव्यांग 3,073 3,705
जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्रा ने कहा कि वृद्धावस्था, विधवा और दिव्यांग पेंशन का लाभ ले रहे सभी लाभार्थियों का सत्यापन किया जा रहा है। गलत तरीके से लाभ लेने वालों के आवेदन निरस्त किए जा रहे हैं। इस माह के अंत तक सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
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