कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) सभी EPF सब्सक्राइबर्स को इक्विटी निवेश के लिए विकल्प चुनने का मौका देने पर विचार कर रहा है। अभी तक EPFO के 6.5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स के पास ये ऑप्शन मौजूद नहीं है। लेकिन, EPFO अपने फंड मैनेजर्स के जरिए 15 फीसदी तक हिस्सा इक्विटी मार्केट (EPFO Equity investment) में निवेश करता है। इससे जुटाए गए रिटर्न के आधार पर ही आपको भी अच्छा ब्याज ऑफर किया जाता है। अभी PF पर 8।5 फीसदी का ब्याज (EPF Interest rate) मिल रहा है।
लोग NPS में अच्छे रिटर्न की तलाश में निवेश कर रहे
दरअसल, PFRDA रेगुलेटेड नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में लोगों का तेजी से रूझान बढ़ रहा है, क्योंकि नेशनल पेंशन स्कीम प्राइवेट कर्मचारियों से लेकर सरकारी कर्मचारियों को इक्विटी में निवेश करने का विकल्प देता है, और निवेश लिमिट तय करने की छूट भी मिलती है। नेशनल पेंशन स्कीम के तहत सब्सक्राइबर्स को इक्विटी निवेश में औसतन 12% तक का रिटर्न मिल रहा है।
इक्विटी में सीधे निवेश का अब EPFO भी दे सकता है मौक
NPS की तर्ज पर EPFO भी अपने करोड़ों सब्सक्राइबर्स को बेहतर रिटर्न के लिए इक्विटी निवेश की लिमिट बढ़ाकर सब्सक्राइबर्स को कुल निवेश की लिमिट तय करने का मौका दे सकता है। हालांकि इसमें एक बात की संभावना ये है कि किसी भी स्थिति में अंशदान के 50 फीसदी से ज्यादा हिस्से को इक्विटी में निवेश करने की मंजूरी नहीं मिलेगी। अगर ऐसा हुआ तो कर्मचारियों को अपने EPFO निवेश का ज्यादा हिस्सा इक्विटी में निवेश करने का मौका मिलेगा, जिसका फायदा ज्यादा रिटर्न के रूप में मिलेगा।
EPF 12% से ज्यादा हो सकता है EPF में कंट्रीब्यूशन!
आने वाले दिनों में सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक में कर्मचारी भविष्य निधि (EPFO) से जुड़े और भी कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। अभी किसी कंपनी के कर्मचारी की बेसिक सैलरी का 12 फीसदी एम्पलाई प्रॉविडेंट फंड (EPF) में जमा होता है, और कंपनी का मैनेजमेंट इसमें बढ़ोतरी कर सकता है, लेकिन ईपीएफओ का विचार है कि आने वाले दिनों में अब कर्मचारी को 12 फीसदी से ज्यादा अंशदान ईपीएफ में जमा कराने का विकल्प दिया जाएगा।
0 Comments