अनिश्चित कालिन क्रमिक अनशन आंदोलन,बुलढ़ाणा की ज़ितनी भी तारीफ करू मै उतनी कम ही होगी, जिस सादगी के साथ, जिस लगन के साथ, जिस उत्साह के साथ यह आंदोलन 24-12-2018 को शुरू हुआ था वो आज भी उसी सादगी, उसी लगन और उसी उत्साह के साथ आज 1000 वे दिन भी जारी है।
आज इस अद्भूत, अभुतपुर्व और भारत के न्यायप्रणाली के प्रती पुरी निष्ठाभाव के साथ चल रहे दुनिया के सिनीअर सिटीझन्स द्वारा चलाय़ा जा रहा अबतक का सबसे बडा मजदुर के हक उसके इंसाफ की लड़ाई का अनिश्चित कालीन क्रमिक अनशन आंदोलन का 1000 वा दिन था तो उसी उपलक्ष मे मै एक ईपीएस 95 पेंशनर का बेटा इस एतिहासिक आंदोलन का एक छोटासा सिपाही मेरी सोच और शक्ती दोनो कम पड़ जाएगी अगर इस आंदोलन का मुल्यांकन की बात सोचु तो भी पर अपने इन योद्धांओ और उनके इस संघर्ष को प्रोत्साहित करने, उनके प्रती अपनी क्रूतदन्यता दर्शाने सभी ईपीएस 95 परिवार की ओर से एक छोटिसी ट्रोफी नैक कमिटी को भेट की।
यकीन मानीए ट्रोफी देते वक्त मुझे इस आंदोलन और इन योद्धाओ के शौर्य के प्रती बहुत गर्व हो रहा था। उन लम्हो को मैने अपने बेस्ट मोमेंट ऑफ लाईफ मे दर्ज भी कर लिया।
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