देश के जाने माने समाचार पत्र द हिंदू की खबर के अनुसार:-
Click Here to Read Detail News क्या आप जानते है EPFO के लगभग 120 शीर्ष अधिकारीयो का अलग-अलग आदेशों के माध्यम से तबादला श्रम मंत्री मा. श्री. संतोष कुमारजी के इस्तीफेसे से पहले किया गया। आखिर क्यू?
केंद्रीय भविष्य निधि संगठन (EPFO) के मुख्यालय, (भीकाजी कामा प्लेस, नई दिल्ली) में एवं इसके अधीनस्थ कार्यरत देश के 120 रीजनल पीएफ ऑफिस (RPFC) में इसके प्रभारी मिनिस्टर भारत सरकार के श्रम मंत्री के बदले जाने से कुछ घंटों पूर्व इतने ट्रांसफर कभी नहीं हुआ।
आखिर इसके पीछे क्या कारण है?
संतोष गंगवार ने मंत्री पद से त्यागपत्र देने से मात्र कुछ घंटों पूर्व ईपीएफओ के महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत अधिकारियों को तुरंत हटाकर, अविलंब स्थानांतरित आफिस में ज्वाइन करने के सख्त आदेश दिए। यहां तक कि उनको अपना चार्ज हैंड ओवर टेक ओवर करने हेतु 1 दिन भी नहीं दिया और तो और उनको कानूनन मिलने वाले ज्वाइनिंग पीरियड अवकाश भी नहीं दिया गया
मुख्यालय में और खास तौर पर मुख्यालय के पेंशन विभाग को तो पूरा उल्टा पुल्टा करके रख दिया।
जो विभाग/संगठन देश के करोड़ों करोड़ों कर्मचारियों के भविष्य की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है, एवं रिजर्व बैंक के बाद देश की सबसे बड़ी वित्तीय संस्था है उसमें इतना बड़ा ट्रांसफर हथकंडा ईडी और सीबीआई की जांच के दायरे में आना चाहिए या नहीं आप अपनी राय देवें।
संकलनकर्ता:-
रणजीत सिंह दसूंदी प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान एवं मुख्य-समन्वयक (उत्तर-भारत)
ईपीएस95-राष्ट्रीय संघर्ष समिति,
मुख्यालय बुलढाणा (महाराष्ट्र)
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