कृपया सभी सन्माननीय EPS95 सदस्य व नेतागण ध्यान दीजिए:-
श्रध्देय भाईयों व बहनों,
ज्येष्ठ भारत-श्रेष्ठ भारत
आपका अपना
कमांडर अशोक राऊत
राष्ट्रीय अध्यक्ष
श्रध्देय भाईयों व बहनों,
आप सभी EPS95 पेंशन धारकों ने अपनी उचित मांगों को मंजूर करवाने हेतु अनुशासन में रहकर, संगठित होकर, अपने हक के लिए , अपनी आवाज सरकार तक पहुचाने के लिए ग्राम स्तर से लेकर दिल्ली तक हजारों आंदोलन, जिस शौर्य व धैर्य के साथ सफलता पूर्वक सम्पन्न किये,उसके लिए हम आप सभी के प्रति ह्रदय से कृतज्ञ है.
*यह सत्य है कि NAC द्वारा आंदोलन चरम सीमा पर चलते हुए,मा. श्रममंत्री जी के स्तर पर कई बैठकों व चर्चा दरम्यान 5 बार ऐसे अवसर आये कि हमें लगा कि अब शीघ्र ही हमारी मुख्य मांगे मंजूर होने वाली है लेकिन दुर्भाग्य से कोई न कोई बड़ी अड़चने आती गई.
* दिनांक 4 मार्च 2020 को प्रधानमंत्री कार्यालय,दिल्ली में मा. श्रीमती हेमामालिनी जी की अगुवाई में देश के प्रधानमंत्री, मा. नरेंद्र मोदी जी के साथ NAC के प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई बैठक व चर्चा में मा. प्रधानमंत्री जी ने हमारी मांगों के संदर्भ में हमारे पक्ष को बहुत ही गंभीरता से लेकर संबंधित मंत्री महोदय को जो दिशा निर्देश दिए व हमें आश्वासन दिया, उससे यह स्पष्ट हो गया था कि अब EPS95 पेंशन धारकों की मुख्य मांगे शीघ्र ही मंजूर की जाएगी. तभी से हम 65 लाख पेंशन धारकों की निगाहें मा. प्रधानमंत्री जी पर टिकी हुई है. लेकिन इसी बीच कोरोना महामारी का संकट आ गया और हमारा मामला प्रलंबित हो गया.
*हमें इसका संज्ञान है कि हमारे EPS95 पेंशन धारकों ने अपनी 30 -35 वर्ष सर्विस के दौरान जो राशि पेंशन फण्ड में जमा की है, उसका आज का मूल्य 15 से 20 लाख रुपये है और EPFO द्वारा केवल रु.200 से 3000 रु. तक मासिक पेंशन पेंशन दी जाती है.
65 लाख पेंशन धारकों में से 33 लाख पेंशन धारक ऐसे है जिन्हें रु.1500 से कम पेंशन मिलती है और इसी कारण हमारे EPS 95 पेंशन धारक बहुत ही दयनीय एवं मरणासन्न अवस्था में जीवन जी रहे हैं क्योंकि, उन्हें किसी भी प्रकार की मेडिकल सुविधाएं भी नहीं है.
अब तो इस कोरोना महामारी के चलते हमारे सभी पेंशन धारक आर्थिक संकटों से जूझ रहे है व उनकी समस्याएं और भी अधिक बढ़ गई है.
* यह सत्य है कि, देश कोरोना महामारी से संघर्ष कर रहा है और यह संकट भी दूर होगा. लेकिन यह भी कटु सत्य है कि, हमारे EPS 95 पेंशन धारक, सम्मानपूर्वक पेंशन की आशा लगाए, बढ़ती उम्र के कारण इस संसार से बिदा हो रहे है. इसलिए हमारी मांगो को शीघ्र मंजूर करवाने हेतु NAC की ओरसे हम प्रयत्नशील हैं, साथ ही उचित समय की प्रतीक्षा में भी है. उचित समय पर प्रयत्नों की गति को प्रभावशाली ढंग से अधिक तीव्र किया जाएगा.
NAC के मुख्यालय बुलढाणा क्रमिक अनशन का आज 505 वा दिन है और बुलढाणा टीम का संकल्प है कि यह क्रमिक अनशन हमारी मुख्य मांगो के मंजूर होने के बाद ही समाप्त होगा.
* हमें पूर्ण विश्वास है कि, दिनांक 4 मार्च 2020 को मा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिये गए आश्वासननुसार हमें जरूर न्याय मिलेगा व हमारी मुख्य मांगे मंजूर की जाएगी.
*आप सभी महानुभावों से निवेदन है कि कृपया धैर्य बनाये रखें, अपना व परिवार का ध्यान रखते हुए इस कोरोना महामारी के समय सरकार द्वारा निर्देशों का पालन करते हुए अपने अपने जिलों के EPS95 सदस्यों का भी,फ़ोन पर सम्पर्क कर ध्यान रखें. साथ ही अपने संगठन को भी और अधिक सक्षम व प्रभावशाली बनाएं. हम सभी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जरूर सफल होंगे.
*यह सत्य है कि NAC द्वारा आंदोलन चरम सीमा पर चलते हुए,मा. श्रममंत्री जी के स्तर पर कई बैठकों व चर्चा दरम्यान 5 बार ऐसे अवसर आये कि हमें लगा कि अब शीघ्र ही हमारी मुख्य मांगे मंजूर होने वाली है लेकिन दुर्भाग्य से कोई न कोई बड़ी अड़चने आती गई.
* दिनांक 4 मार्च 2020 को प्रधानमंत्री कार्यालय,दिल्ली में मा. श्रीमती हेमामालिनी जी की अगुवाई में देश के प्रधानमंत्री, मा. नरेंद्र मोदी जी के साथ NAC के प्रतिनिधि मंडल के साथ हुई बैठक व चर्चा में मा. प्रधानमंत्री जी ने हमारी मांगों के संदर्भ में हमारे पक्ष को बहुत ही गंभीरता से लेकर संबंधित मंत्री महोदय को जो दिशा निर्देश दिए व हमें आश्वासन दिया, उससे यह स्पष्ट हो गया था कि अब EPS95 पेंशन धारकों की मुख्य मांगे शीघ्र ही मंजूर की जाएगी. तभी से हम 65 लाख पेंशन धारकों की निगाहें मा. प्रधानमंत्री जी पर टिकी हुई है. लेकिन इसी बीच कोरोना महामारी का संकट आ गया और हमारा मामला प्रलंबित हो गया.
*हमें इसका संज्ञान है कि हमारे EPS95 पेंशन धारकों ने अपनी 30 -35 वर्ष सर्विस के दौरान जो राशि पेंशन फण्ड में जमा की है, उसका आज का मूल्य 15 से 20 लाख रुपये है और EPFO द्वारा केवल रु.200 से 3000 रु. तक मासिक पेंशन पेंशन दी जाती है.
65 लाख पेंशन धारकों में से 33 लाख पेंशन धारक ऐसे है जिन्हें रु.1500 से कम पेंशन मिलती है और इसी कारण हमारे EPS 95 पेंशन धारक बहुत ही दयनीय एवं मरणासन्न अवस्था में जीवन जी रहे हैं क्योंकि, उन्हें किसी भी प्रकार की मेडिकल सुविधाएं भी नहीं है.
अब तो इस कोरोना महामारी के चलते हमारे सभी पेंशन धारक आर्थिक संकटों से जूझ रहे है व उनकी समस्याएं और भी अधिक बढ़ गई है.
* यह सत्य है कि, देश कोरोना महामारी से संघर्ष कर रहा है और यह संकट भी दूर होगा. लेकिन यह भी कटु सत्य है कि, हमारे EPS 95 पेंशन धारक, सम्मानपूर्वक पेंशन की आशा लगाए, बढ़ती उम्र के कारण इस संसार से बिदा हो रहे है. इसलिए हमारी मांगो को शीघ्र मंजूर करवाने हेतु NAC की ओरसे हम प्रयत्नशील हैं, साथ ही उचित समय की प्रतीक्षा में भी है. उचित समय पर प्रयत्नों की गति को प्रभावशाली ढंग से अधिक तीव्र किया जाएगा.
NAC के मुख्यालय बुलढाणा क्रमिक अनशन का आज 505 वा दिन है और बुलढाणा टीम का संकल्प है कि यह क्रमिक अनशन हमारी मुख्य मांगो के मंजूर होने के बाद ही समाप्त होगा.
* हमें पूर्ण विश्वास है कि, दिनांक 4 मार्च 2020 को मा. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिये गए आश्वासननुसार हमें जरूर न्याय मिलेगा व हमारी मुख्य मांगे मंजूर की जाएगी.
*आप सभी महानुभावों से निवेदन है कि कृपया धैर्य बनाये रखें, अपना व परिवार का ध्यान रखते हुए इस कोरोना महामारी के समय सरकार द्वारा निर्देशों का पालन करते हुए अपने अपने जिलों के EPS95 सदस्यों का भी,फ़ोन पर सम्पर्क कर ध्यान रखें. साथ ही अपने संगठन को भी और अधिक सक्षम व प्रभावशाली बनाएं. हम सभी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जरूर सफल होंगे.
ज्येष्ठ भारत-श्रेष्ठ भारत
आपका अपना
कमांडर अशोक राऊत
राष्ट्रीय अध्यक्ष
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