सेवानिवृत्त कर्मचारी को जीवन यापन करने के लिए पेंशन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जीतना महत्व कर्मचारी की नौकरी काल मे वेतन का होता है, उससे कई ज्यादा महत्व एक सेवानिवृत्त कर्मचारी के लिए पेंशन रखती है क्योकि कर्मचारी 30 से 35 साल तक लगभग अपनी सारी ज़िंदगी किसी कार्य विशेष मे लगा देता है और सेवानिवृत्ति के बाद एक पेंशन ही उसके जीने का सहारा होता है। ऐसे मे यदि सिर्फ 250 से 1000 रुपये प्रति महीने पेंशन मिले तो इसमें गुजारा कैसे होंगा। इसी तरह की समस्याओ से गुजर रहे EPS 95 पेंशन धारको का हाल बहुत बुरा है और अपनी समस्याओ को लेकर EPS 95 पेंशनर्स द्वारा एक बार फिर 9 अगस्त 2019 को दिल्ली में रास्ट्रीय संघर्ष समिति के रास्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक रौउत जी के नेत्रत्व में सभी राज्यों से आये ईपीएस 95 पेंशनर्स बुजुर्गो ने भिकाजी कमा पैलेस EPFO HQ के सामने सरकार की मनमानी के खिलाप हल्ला बोल जोर दार आंदोलन किया।
यह सभी बुजुर्ग 30-35 वर्ष सरकारी, अर्ध सरकारी, PSU, FCI, राज्य परिवहन, प्राइवेट सेक्टर आदि विभागों में नोकरी करने वाले अपनी सैलरी से अंशदान कटाने के बाद नाममात्र पेंशन मिलती है ! सरकार इस ओर ध्यान नही देती है, सांसदों को बगेर अंसदान कटाये लाखो रूपए पेंशन मिलती है !
NAC अपनी मांगो के लिए मिनिमम पेंशन 7500₹ + DA लिंक मेडिकल सुविधा जल्द लागू कराने के लिए अलग अलग राज्यों से आये रास्ट्रीय संघर्ष समिति के सभी ईपीएस सदस्य व नेता EPFO मुख्य कार्यलय पर जोरदार प्रदर्शन किया , साथ ही रास्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक जी ने चेतावनी दी कि अगर हमारी मांगे नही मांगी गई तो आगे दिल्ली में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा ! ओर 21 अगस्त को हेदराबाद में CBT मेंबर्स को मिटिंग से पहले NAC का डिमांड पत्र सोपेंगे हेदराबाद में लगभग 2000 ईपीएस सदस्य व नेता मौजूद रहेंगे !
EPS 95 पेंशन धारको के, EPFO Office Delhi मे धरना प्रदर्शन की खास बाते।
EPS 95 पेंशन धारको के द्वारा दिल्ली के EPFO ऑफिस के सामने विराट धरना दिया गया | इस आंदोलन में महाराष्ट्र , पंजाब , उत्तरप्रदेश , मध्यप्रदेश , दिल्ली , चेन्नई जैसे दूर – दूर के कई राज्यो से भी पेंशन धारको ने हिस्सा लिया |बरसात के चलते कई ट्रेने देरी से चल रही थी और कुछ को स्थगित कर दिया गया था, इसके बावजूद EPFO Office Delhi पर हजारो पेंशनर्स ने धरना दिया। ट्रेन समय पर नहीं होने के कारण , कुछ EPS 95 पेंशन धारको को EPFO कार्यालय पर ही रात बितानी पड़ी। आंदोलन मे सामील सभी EPS 95 Pensioners 60 से 80 साल के होने के बावजूद भी , पेंशन धारको मे एक अलग ही जुनून और जोश देखने को मिला। EPFO Office Delhi के आंदोलन मे पुरुषो के साथ – साथ महिलाओ ने भी बड़ी संख्या मे भाग लीया। सभी EPS 95 पेंशनधारको के द्वारा EPFO के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर विरोध वक्त किया गया। उसके बाद High Empowered Monitoring Committee की रिपोर्ट ओर EPFO के द्वारा Interim Advisory letter Dated 31-7-2017. की प्रति ओर EPFO का शव यात्रा निकाल पुतला जला EPFO का अंतिम संस्कार किया गया।
EPS 95 पेंशन धारको के द्वारा दिल्ली के EPFO ऑफिस के सामने विराट धरना दिया गया | इस आंदोलन में महाराष्ट्र , पंजाब , उत्तरप्रदेश , मध्यप्रदेश , दिल्ली , चेन्नई जैसे दूर – दूर के कई राज्यो से भी पेंशन धारको ने हिस्सा लिया |बरसात के चलते कई ट्रेने देरी से चल रही थी और कुछ को स्थगित कर दिया गया था, इसके बावजूद EPFO Office Delhi पर हजारो पेंशनर्स ने धरना दिया। ट्रेन समय पर नहीं होने के कारण , कुछ EPS 95 पेंशन धारको को EPFO कार्यालय पर ही रात बितानी पड़ी। आंदोलन मे सामील सभी EPS 95 Pensioners 60 से 80 साल के होने के बावजूद भी , पेंशन धारको मे एक अलग ही जुनून और जोश देखने को मिला। EPFO Office Delhi के आंदोलन मे पुरुषो के साथ – साथ महिलाओ ने भी बड़ी संख्या मे भाग लीया। सभी EPS 95 पेंशनधारको के द्वारा EPFO के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर विरोध वक्त किया गया। उसके बाद High Empowered Monitoring Committee की रिपोर्ट ओर EPFO के द्वारा Interim Advisory letter Dated 31-7-2017. की प्रति ओर EPFO का शव यात्रा निकाल पुतला जला EPFO का अंतिम संस्कार किया गया।
इस आंदोलन की वजह से EPFO के Ad.General Commissioner (PF) ने आंदोलन आये हजारों लोगो में से केवल तीन लोगों से बात करने के लिए सहमति दी रास्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर द्वारा रास्ट्रीय महासचिव वीरेंदर जी, विजय बडगुजर, पी. एन. पाटिल जी को Ad.Genral Commissioner (PF) Sh.R.N.Varma ji से बातचीत के लिए भेजा गया, करीब 45 मिनट की बातचीत में 2 अधिकारियों से अलग अलग बातचीत हुई। बातचीत में EPS 95 पेंशनर्स की कई परेशानियो को वर्मा जी के सामने महासचिव वीरेंदर जी ने रखा जिस पर वर्मा जी ने स्पस्टीकरण दिया। आंदोलन में आये सभी NAC नेताओं का रास्ट्रीय महासचिव वीरेंदर जी द्वारा स्वागत,आभार प्रकट किया गया।
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