कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) वर्कर्स बैंक बनाने के लिए एक बार फिर से सक्रिय हुआ है। लेबर मिनिस्ट्री ने वर्कर्स बैंक को लेकर एक नए प्रस्ताव को मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा है। इससे पहले वित्त मंत्रालय ने वर्कर्स बैंक बनाने के प्रस्ताव को व्यावहारिक न होने का हवाला देते हुए खारिज कर दिया था।
सूत्रों के मुताबिक वर्कर्स बैंक ईपीएफओ मेंबर्स को पीएफ बैलेंस के अगेंस्ट लोन भी दे सकता है। ऐसे में मेंबर्स को जरूरत के समय पीएफ अकाउंट से पैसा निकालने की जरूरत नहीं होगी और वे लोन लेकर अपनी जरूरत पूरी कर सकते हैं और बाद में इस लोन को चुका सकते हैं। इस तरह से उनका पीएफ का पैसा सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा बैंक मेंबर्स को उनके PF बैलेंस के आधार पर पर्सनल लोन भी मुहैया करा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक वर्कर्स बैंक ईपीएफओ मेंबर्स को पीएफ बैलेंस के अगेंस्ट लोन भी दे सकता है। ऐसे में मेंबर्स को जरूरत के समय पीएफ अकाउंट से पैसा निकालने की जरूरत नहीं होगी और वे लोन लेकर अपनी जरूरत पूरी कर सकते हैं और बाद में इस लोन को चुका सकते हैं। इस तरह से उनका पीएफ का पैसा सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा बैंक मेंबर्स को उनके PF बैलेंस के आधार पर पर्सनल लोन भी मुहैया करा सकता है।
सीबीटी मीटिंग में उठा था वर्कर्स बैंक का मुद्दा
ईपीएफओ के बारे में फैसले लेने वाली शीर्ष बॉडी सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (सीबीटी) के मेंबर एडी नागपाल ने बताया कि उन्होंने सीबीटी मीटिंग में वर्कर्स बैंक के प्रस्ताव के बारे में जानकारी मांगी थाी। बैठक में ईपीएफओ की ओर से बताया गया कि वर्कर्स बैंक का प्रपोजल लेबर मिनिस्ट्री के जरिए फाइनेंस मिनिस्ट्री को भेजा गया है।
वर्कर्स को मिलेगा लोन|
15 करोड़ से अधिक मेंबर्स के PF का प्रबंधन करता है ईपीएफओ
EPFO अपने 15 करोड़ से अधिक पीएफ मेंबर्स के पीएफ का प्रबंधन करता है। मौजूदा समय में ईपीएफओ 8 लाख करोड़ रुपए से अधिक के पीएफ कॉर्पस का प्रबंधन कर रहा है। मौजूदा समय में ईपीएफओ के लगभग 5 करोड़ कुल सक्रिय मेंबर है।
कमीशन-सर्विस चार्ज से होगा वर्किंग कैपिटल का इंतजाम
सूत्रों के मुताबिक प्रपोजल में कहा गया कि अगर फाइनेंस मिनिस्ट्री कमीशन वर्कर्स बैंक बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी देती है तो ईपीएफओ बैंकों को जो पैसा कमीशन और सर्विस चार्ज के तौर पर देता है उससे वर्किंग कैपिटल का इंतजाम हो जाएगा। इसके अलावा बैंक में मेंबर्स का पीएफ कंट्रीब्यूशन और कंपनियों द्वारा जमा कराया जाने वाला मैनेजमेंट चार्ज भी जमा होगा। इसके अलावा वर्कर्स बैंक ईपीएफओ के बढ़ते कॉर्पस को भी मैनेज कर सकेगा। EPFO को इसके लिए थर्ड पार्टी पोर्टफोलियो मैनेजर्स की नियुक्ति नहीं करनी होगी।
EPFO अपने 15 करोड़ से अधिक पीएफ मेंबर्स के पीएफ का प्रबंधन करता है। मौजूदा समय में ईपीएफओ 8 लाख करोड़ रुपए से अधिक के पीएफ कॉर्पस का प्रबंधन कर रहा है। मौजूदा समय में ईपीएफओ के लगभग 5 करोड़ कुल सक्रिय मेंबर है।
कमीशन-सर्विस चार्ज से होगा वर्किंग कैपिटल का इंतजाम
सूत्रों के मुताबिक प्रपोजल में कहा गया कि अगर फाइनेंस मिनिस्ट्री कमीशन वर्कर्स बैंक बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी देती है तो ईपीएफओ बैंकों को जो पैसा कमीशन और सर्विस चार्ज के तौर पर देता है उससे वर्किंग कैपिटल का इंतजाम हो जाएगा। इसके अलावा बैंक में मेंबर्स का पीएफ कंट्रीब्यूशन और कंपनियों द्वारा जमा कराया जाने वाला मैनेजमेंट चार्ज भी जमा होगा। इसके अलावा वर्कर्स बैंक ईपीएफओ के बढ़ते कॉर्पस को भी मैनेज कर सकेगा। EPFO को इसके लिए थर्ड पार्टी पोर्टफोलियो मैनेजर्स की नियुक्ति नहीं करनी होगी।
0 Comments